Wednesday, August 11, 2010

सुखा और बाढ़

मै बिहार की ओर आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहूँगा; हमारे प्रदेश में सूखे की स्थिति है, 38 में से 28 जिले सूखाग्रस्त घोषित हैं, हजारों करोड़ रुपये की मांग केंद्र सरकार से की गयी है, फिर वो दिन भी दूर नहीं जब नेपाल अपना अधिक पानी बिहार में छोड़ेगा और उत्तरी बिहार जो अभी सूखाग्रस्त है, बाढ़ग्रस्त हो जायेगा. ये हर साल की स्थिति है, आपको क्या लगता है, ये हजारों करोड़ का फंड हर वर्ष जाता कहाँ है ? उसपे ये चुनावी वर्ष है..... माने प्रशासनिक अधिकारीयों की पौ बारह....
ऐसी स्थिति में तो बस ग़ालिब का वो शेर ही याद आता है....

"बर्बाद गुलिश्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है;
हर शाख पे उल्लू बैठा है; अंजाम गुलिश्तां क्या होगा."

सुमित चमडिया

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