अब समीक्षा का समय है...
पिछले वर्षों में हमें क्या करना था, क्या कर पाए और क्या बाकि रह गया... जिसे अब अगली कार्यकारिणी को हस्तांतरित करना है, कुछ नए कार्यक्रम भी लेने हैं...
वैसे मेरे विचार में मंच द्वारा विगत दिनों किये गए कुछ सराहनीय कार्य...
१. कन्या भ्रूण संरक्षण कार्यक्रम (जागो माँ जागो);
२. राष्ट्र एकता कार्यक्रम (मुंबई हो या पटना एक देश भारत अपना);
३.राजस्थान में आये विपदा का मुकाबला;
४.बिहार के जल प्रलय का चट्टानी सामना;
५. संबल (कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण)।
इनके अलावा भी बहुत सारे कार्यक्रम हैं जो मंच द्वारा नियमित तौर पर जारी हैं, और आगामी कमिटी को भी जारी रखने चाहिए।
कुछ बाकि भी रहा है...
1.संपर्क (मंच विस्तार योजना);
२. कार्यशाला विस्तार (व्यक्तित्व विकाश हेतु).
यहाँ भी और बहुत से ऐसे कार्यक्रम हैं जो होने तो चाहिए थे पर उनका सही क्रियान्वयन नहीं हो पाया है, और आगामी कमिटी को करना चाहिए।
एक नया विचार जो अगली कमिटी द्वारा लिया जा सकता है....
एक अहम् सवाल क्या मंच को अपना स्वयं का विद्यालय खोलना चाहिए, एक ऐसा विद्यालय जहाँ अपने संस्कार नयी पीढी को दिए जा सकें, जहाँ हमारी कार्यशालाएं नियमित चल सकें, जहाँ हम कम्प्युटर की शिक्षा दे सकें और जहाँ हम ऊँचे नैतिक मूल्यों के बारे में पीढियों को बता सकें।
जारी...
सुमित चमडिया
मुजफ्फरपुर, बिहार
मोबाइल - 9431238161
Friday, October 31, 2008
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